नोएडा में सीवेज टैंक बना मौत का कुआं, दो सफाईकर्मियों की मौत

दिल्ली एनसीआर। नोएडा के सेक्टर-115 में एक दर्दनाक हादसे में दो सफाईकर्मियों की जान चली गई। सीवेज पंपिंग स्टेशन में सफाई के दौरान जहरीली गैस के कारण दोनों श्रमिक बेहोश होकर टैंक में गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। आरोप है कि उन्हें कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था। घटना ने नोएडा प्राधिकरण और जल विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिना सुरक्षा व्यवस्था गए थे दोनों युवक
मृतकों की पहचान 24 वर्षीय खुशाल और 26 वर्षीय विकास के रूप में हुई है, जो अलीगढ़ के मऊआखेड़ा गांव के निवासी थे। शिकायतकर्ता बृजेश कुमार ने बताया कि ठेकेदार अजीत और पुष्पेंद्र ने दोनों को सीवर की सफाई के लिए भेजा था, लेकिन किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी। कुछ ही देर में अमित नामक व्यक्ति की कॉल से परिजनों को हादसे की जानकारी मिली।
दोनों ठेकेदारों को किया गिरफ्तार
नोएडा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दोनों ठेकेदारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि यह हादसा लापरवाही का नतीजा है, और अगर मानकों का पालन किया गया होता, तो जान बच सकती थी।
जीएम ने कहा सुरक्षा उपायों का हुआ पालन
घटना के बाद जल विभाग के जीएम आरपी सिंह ने दावा किया कि सुरक्षा उपायों का पालन किया गया था और मृतकों के परिवारों को 6-6 लाख रुपये मुआवजा, अंतिम संस्कार के लिए 50-50 हजार रुपये और एक परिजन को संविदा पर नौकरी देने की व्यवस्था की गई है। लेकिन मृतक परिवारों ने इन दावों को खारिज कर झूठा बताया है।
सीईओ डॉ. एम ने दिए जांच के आदेश
प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं और जल विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि स्पष्ट निर्देश हैं कि सुरक्षा उपकरणों के बिना किसी से काम न कराया जाए, ऐसे में यह हादसा बेहद चिंताजनक है।
पहले भी हो चुके कई हादसे
यह पहली बार नहीं है जब नोएडा में सीवर या निर्माण कार्यों के दौरान इस तरह की जानलेवा लापरवाही सामने आई हो। इससे पहले सितंबर 2022 में सेक्टर-21 में नाले के निर्माण के दौरान बाउंड्रीवॉल गिरने से चार मजदूरों की मौत हो चुकी है। मई 2024 में भी सेक्टर-26 में दो सफाईकर्मियों की मौत ने सबको झकझोर दिया था। खुशाल और विकास अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। खुशाल की दो बेटियां हैं और उसकी पत्नी सात महीने की गर्भवती है। इस हादसे ने दो परिवारों को एक झटके में उजाड़ दिया है।