बेजुबानों की सेवा के चक्कर में एक महिला ने अपनी जान फसाई

पुलिस नहीं कर पा रही हो उसे महिला की कोई मदद
दिल्ली। शिल्पा वर्मा नाम की एक महिला उम्र लगभग 34 वर्ष पता दी 269 गली नंबर 1 पश्चिम विनोद नगर मंडावली दिल्ली 92 । शिल्पा वर्मा की मुलाकात रेनू नामक महिला से होती है । जोकि पशु प्रेमी नामक एक गैर सरकारी संगठन की व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम चलाती थी । शिल्पा वर्मा भी रेनू के द्वारा बेजुबानों जानवरों की सेवा के इस कार्य से प्रभावित होकर रेनू के साथ जुड़ कर एक वॉलेंटियर के रूप कार्य करती हैं । रेनू ने शिल्पा वर्मा को (10 अप्रैल 2024) अपने ग्रुप में जोड़ लेती हैं जिस ग्रुप में लगभग 1018 लोग जुड़े हुए थे । शिल्पा वर्मा का कहना है कि में इस ग्रुप में इसलिए जुड़ी थी क्योंकि वहां जानवरों की सेवा ओर मदद की जाती थी । ओर धीरे धीरे जो लोग पशुओं के साथ अत्याचार करते थे तो में भी रेनू के साथ जाकर उनका विरोध करती थीं और रेनू से मेरी बात चीत बढ़ने लगी । लेकिन रेनू नामक महिला ने लोगों से जब मेरे ही खाते का इस्तेमाल जानवरों की सेवा के नाम पर शुरू कर दिया । ओर लोगों से मेरे खाते फंड आता तो मुझे बोलती थी कि देखो तुम्हारे खाते में पैसे आए होंगे उन्हें मुझे ट्रांसफर कर दो में कर देती थी । में रेनू को भेज देती थी । लेकिन रेनू जानवरों के लिए मंगाए गए फंड को जानवरों पर खर्च ना करके खुद के लिए खर्च करने लगी तो मेरी समझ आ गया कि ये सब ठीक नहीं कर रही हैं ।
मैने इस काम रेनू का साथ छोड़ दिया। इसी वजह से उसके तीन सदस्य जिनमें रोहित, महक, ओर काजल ने मुझे ग्रुप को ज्वाइन करने के दबाव बनाने लगे कि शिल्पा तुम वापस ग्रुप आ जाओ मैंने उनकी बात नहीं मानी तो मुझे रेनू और काजल, महक, ओर रोहित द्वारा धमकी दी गई कि देखो अब हम तुम्हारा क्या हाल करते है । ओर फिर इन सभी लोगों ने षड्यंत्र के तहत मेरे नंबर को पोर्न वेबसाइट पर डलवा दिया गया । ओर उसके बाद इन चारों ने मुझे परेशान करने की सारी हदें पार करने लगे । सोशल मीडिया पर पर भी मुझे गलियां ओर धमकी ओर बदनाम किया गया । मेरी पर्सनल वीडियो को रेनू द्वारा सोशल मीडिया पर डाला गया । धीरे धीरे मुझे आपत्तिजनक कॉल आनी शुरू हो गई । ओर इस तरह की हर रोज की आने वाली कॉल से , तंग आकर 9 अक्टूबर 2024 को रेनू, रोहित, ओर काजल के खिलाफ अपने नजदीकी थाने में शिकायत दी । लेकिन मेरे द्वारा दी गई शिकायत पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई । इसी दौरान इन सभी लोगों द्वारा मुझे डराने के लिए श्रीमती मेनका गांधी जी से फोन कराया गया कि ये शिकायत थाने से वापस ले लो और ये जो पशु प्रेमी हैं इनको बदनाम करना बंद कर दो , नहीं तो में तुम पर डिफार्मेशन का केश करा दूंगी । जिसे तुम झेल नहीं पाओगी ये सभी धमकियां मुझे मेनका गांधी जी द्वारा कही गई । उसके बाद गाजियाबाद से पीपुल फॉर एनिमल, PFA की सदस्या सुरभी रावत ने भी मुझे धमकाया कि, मेनका गांधी का वॉयस नोट हटाओ नहीं तो अच्छा नहीं होगा । ओर धमकी भरा मैसेज किया जो आज भी मेरे पास है । इसी तरह लगभग चार माह होने को है ।
थाना पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के बाद 21 जनवरी 2025 को में स्वयं जिला उपायुक्त पुलिस जिला पूर्वी दिल्ली के यहां शिकायत लेकर पहुंची । ओर सारी घटना सविस्तार ओर घटना से संबंधित सारे सबूत वीडियो सहित जिला उपायुक्त पुलिस जिला पूर्वी दिल्ली के कार्यालय को उपलब्ध कराए । मुझे इंसाफ मांगते हुए और डिप्रेशन में आए हुए 4 माह होने को है , देखना होगा कि मुझ महिला को इंसाफ मिलता है की नहीं , या मेरे द्वारा दी गई शिकायतें फाइलों दब कर दम तोड़ देंगी , इस तरह से शिल्पा वर्मा ने पुलिस प्रशासन न्याय की गुहार लगाई है । किस किस तरह से लोग भ्रष्टाचार के सागर में डुबकी लगा रहे हैं ये भी एक सोचने का विषय । प्राइम इंडिया न्यूज, पुलिस प्रशासन से जनहित अनुरोध करता है कि, ऐसे लोगों को उनके सही स्थान पर पहुंचा कर पीड़िता को न्याय दिलाने मदद करेगा ऐसी हमें उम्मीद है ।
रिपोर्ट रोहित कुमार