राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना सामाजिक संगठन के द्वारा जमुना बाजार नीली छतरी मंदिर के प्रांगण तोड़फोड़ के विरोध में जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया ।

राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना सामाजिक संगठन के द्वारा नीली छतरी प्राचीन मंदिर जमुना बाजार के परागण तोड़फोड़ के विरोध में जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया जिसमें सुरेंद्र सिंह चंदेल , संस्थापक द्वारा बताया गया कि यह मंदिर प्राचीन काल पांडवों के जमाने का है लगभग 100 वर्ष पहले इसकी,स्थापना की गई इसके कागजात भी हैं इस मंदिर से वाल्मीकि समाज अन्य वर्ग की आस्था जुडी हुई है पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा जी ने अपने कार्यकाल में इसके जीवन उद्धार यानी की सौंदर्य करण करने के लिए उद्घाटन किया था लेकिन आज तक इस मंदिर का निर्माण पूरे तरीके से नहीं हो पाया हमारा संगठन मांग करता है कि इसके तोड़फोड़ करने की प्रक्रिया तुरंत रोकी जाए ।
एक विशाल मंदिर धर्मशाला का निर्माण कराया जाए
क्योंकि दूर,दराज,से जो श्रद्धालु आते हैं उनके रुकने के लिए खान-पान के लिए स्नान के लिए कोई भी सुविधा नहीं है ,सुविधा प्रदान की जाए मंदिर के परागण में पहुंचे उपमुख्यमंत्री प्रवेश वर्मा जी ने आश्वासन दिया है कि मंदिर की एक भी ईट को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा मंदिर जहां पर है वहीं पर इसका विशाल निर्माण किया जाएगा आश्वासन के बाद प्रवेश वर्मा जी उपमुख्यमंत्री का मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया संघर्ष समिति द्वारा, हमारे समाज के जो जवान संघर्ष कर रहे थे विशाल सांवरियाजी बिरजू पहलवान जी, राजकुमार, कोर कमेटी अध्यक्ष,उनकी पूरी टीम का, सभी का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया सर्व समिति से धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया इस अवसर पर समाज के मौजूद व्यक्ति साधु संत भी भारी संख्या में,कार्य करता मौजूद थे सभी ने तोड़ने की कार्रवाई का विरोध किया बाबा मोहनी चंदेल ने कहा मंदिर की तोड़फोड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कि जाएगी दिल्ली सरकार मंदिर का धर्मशाला का निर्माण कराए क्योंकि इस मंदिर में बहुत दूर-दूर से भगत श्रद्धालु आते हैं मौजूद रहे राजेंद्र जी महंत,भंवर सिंह पहलवान सोनम पर्चा , राकेश पर्चा, विकास ,राहुल चंदेल , युवा अध्यक्ष,राम गहलोत सुशील सूद, जगदीश चंदेल ,रिंकू जीनवाल ,शिवम भगत जी राणा अध्यक्ष भारतीय बाल्मिक समाज मोर्चा भारी संख्या में मौजूद रहे