इंडियन पैरेंट्स एसोसिएशन ने प्राथमिक विद्यालय के जीर्णोद्वार के लिए BSA को ज्ञापन सौंपा ।

- आईपीए से मुलाकात के बाद बीएसए ने कहा जल्दी ही होगा स्कूल का जीर्णोद्धार, कमेटी को दिए आदेश।
इंडियन पेरेंट्स एसोसिएशन ने गाजियाबाद की सबसे बड़ी विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय मकनपुर 2 की जर्जर हालत के कारण धर्मशाला में पढ़ने को मजबूर लगभग 125 छात्र छात्राओं की शिक्षा पुनः विद्यालय में सुचारू रूप से कराने के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की। स्कूल की वास्तविक स्थिति और स्कूल के जीर्णोद्वार को लेकर यह वार्ता लगभग 30 मिनट तक चली । आईपीए की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय मकनपुर 2 के जीर्णोद्धार और सभी बच्चों की पढ़ाई पुनः कैसे इसी विद्यालय में शुरू कराई जा सकती है, इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ सभी बिंदुओं पर विस्तृत रूप से सकारात्मक चर्चा हुई ।जिसके बाद बीएसए ओपी यादव जी ने तत्काल फोन कर स्कूल के निरीक्षण के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य को सोमवार को निरीक्षण करने और वास्तविक स्थिति जानने के आदेश दिए। जिससे कि स्कूल में मरम्मत होने के खर्चे का अंदाजा लगाया जा सके और जल्दी से जल्दी स्कूल की मरम्मत करा सभी बच्चों की पढ़ाई इसी विद्यालय में सुचारू रूप से शुरू कराई जा सके।
आईपीए के राष्ट्रीय संरक्षक कर्नल टीपी त्यागी ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूल बेसिक शिक्षा की रीढ़ है इसलिए इन स्कूलों का बुनियादी ढांचा इतना मजबूत होना चाहिए कि देश एवं प्रदेश का एक भी बच्चा शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित ना रह पाए वहीं आईपीए के राष्ट्रीय सचिव महिपाल रावत और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कक्कड़ का कहना है कि जब हमने बताया कि बच्चे बिना बेंच , बिना ब्लैक बोर्ड और अन्य सुविधाओं के अभाव में एक स्थानीय धर्मशाला में पढ़ने को मजबूर है तो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने हमें आश्वस्त किया है कि जिला प्रशासन एवं मुख्य विकास अधिकारी से वार्ता कर जितनी जल्दी संभव होगा इस स्कूल का जीर्णोद्धार करा सभी बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था इसी स्कूल में संचालित कराई जाएंगी और किसी भी बच्चे की पढ़ाई बाधित नहीं होने दी जाएगी । आईपीए की टीम जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चो की शिक्षा से जुड़े अतिमहत्वपूर्ण विषय का संज्ञान लेने और अतिशीघ्र समाधान का आश्वाशन देने के लिए धन्यवाद करती है और उम्मीद है कि जल्दी ही मकनपुर क्षेत्र के बच्चों को अपने ही विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिल जाएगा और उन्हें धर्मशाला के फर्श पर बैठकर नहीं पढ़ना पड़ेगा।
सौजन्य से
विवेक त्यागी
मीडिया प्रभारी
इंडियन पेरेंट्स एसोसिएशन